Friday, December 24, 2010

॥ मेरी सांवरे से प्रीत हो गई ॥


मेरी सांवरे से प्रीत हो गई,
गोविन्द गोपाल गाने से॥

जीवन मेरा महक उठा,
श्याम चरण रज पाने से,
मन मेरा प्रफुल्लित हुआ,
कृष्ण पराग रस पाने से।
मेरी सांवरे से प्रीत हो गई,
गोविन्द गोपाल गाने से॥

जीवन मेरा पुलकित हुआ,
नटखट की लीला गाने से,
मन मेरा आनन्दित हुआ,
मनमोहन सुधा रस पाने से।
मेरी सांवरे से प्रीत हो गई,
गोविन्द गोपाल गाने से॥

जीवन मेरा परिपूर्ण हुआ,
छलिया के छले जाने से,
मन मेरा भक्तिमय हुआ,
मुरली मनोहर रस पाने से।
मेरी सांवरे से प्रीत हो गई,
गोविन्द गोपाल गाने से॥

जीवन मेरा धन्य हुआ,
कान्हा चरण प्रेम हो जाने से,
मन मेरा अति निर्मल हुआ,
केशव कृपा रस पाने से।
मेरी सांवरे से प्रीत हो गई,
गोविन्द गोपाल गाने से॥