Sunday, January 2, 2011

॥ प्रभु हमारे साथ होते हैं ॥


जब भी किसी को दुखी देखकर,
हृदय द्रवित हो जाता है तब,
आंखो से अश्रु बिन्दु झलकते हैं,
तब कृष्ण हमारे साथ होते हैं।

जब भी किसी का प्यार पाकर,
दिल में हलचल मच जाती है तब,
हृदय से भाव-विभोर हो जाता हैं,
तब गोपाल हमारे साथ होते हैं।

जब भी किसी को सुखी देखकर,
दिल प्रफुल्लित हो जाता है तब,
मन में प्रसन्नता छा जाती है,
तब मोहन हमारे साथ होते हैं।

जब भी किसी को संकट में पाकर,
मन विचलित हो जाता है तब,
हृदय प्रेम भाव से भर आता है,
तब श्याम हमारे साथ होते हैं।

जब भी प्रभु को यादों में देखकर,
प्रेम की बदली छा जाती है तब,
मन परम-आनन्दित हो जाता है,
तब नन्दलाल हमारे साथ होते हैं।